रिश्तों में इतनी बेरुखी भी अच्छी नहीं हुजूर,
देखना कही मनाने वाला ही ना रूठ जाए तुमसे !!
हर किसी को उतनी जगह दो दिल में जितनी वो आपको देता है,
वरना या तो खुद रोओगे या वो आपको रुलायेगा !!
ये रिश्ते भी अजीब होते है, बिना विश्वास के नहीं होते,
और बिना धोखे के खत्म नहीं होते !!
अगर दो लोगो में कभी लड़ाई ना हो तो समझ लेना की,
रिश्ता दिल से नहीं दिमाग से निभाया जा रहा है !!
शीशा हमारा सबसे गहरा दोस्त होता है,
क्योंकि जब हम रोते है तो यह कभी नहीं हँसता !!
रुके तो चाँद जैसी है, चले तो हवाओ जैसी है,
वो माँ ही है जो धूप में भी छाँव जैसी है !!
देखा करो कभी अपनी माँ की आँखों में,
ये वो आईना है जिसमे बच्चे कभी बूढ़े नहीं होते !!
अपनापन छलके जिस की बातों में,
सिर्फ़ कुछ ही बंदे होते है लाखों में !!
सियासत हो या मोहब्बत,
जीतता वही है जो फरेबी है !!
रिश्ते का नाम जरूरी नहीं होता मेरे दोस्त,
कुछ बेनाम रिश्ते भी रुकी जिंदगी को साँस देते है !!
रिश्तें निभाना हर किसी के बस की बात नहीं,
अपना दिल दुखाना पड़ता है किसी और की ख़ुशी के लिए !!
रिश्ता वो नहीं होता जो दुनिया को दिखाया जाता है,
रिश्ता वह होता है जिसे दिल से निभाया जाता है !!
रिश्तो की जमावट आज कुछ इस तरह हो रही है,
बहार से अच्छी सजावट और अन्दर से स्वार्थ की मिलावट हो रही है !!
तकदीर के रंग कितने अजीब है,
अनजाने रिश्ते है फिर भी करीब है !!
चूम लेना उसकी हथेलियाँ किसी आग़ाज़ से पहले,
सुना है माँ हथेली में दुआऐं रखती है !!