काश् इंसान भी नोटों की तरह होते,
रोशनी की तरफ करके देख लेते की असली है या नकली !!
बचपन से लेकर आज तक सिर्फ अच्छे काम ही किये है,
बस गलती से इश्क हो गया !!
फुर्सत मिले तो कभी बैठ कर सोचना,
तुम भी मेरे अपने हो या सिर्फ हम ही तुम्हारे है !!
लडकी तो बहुत सी पट जाती है,
जिसको दिलसे चाहा है, वही नखरे दिखाती है !!
प्यार तो मैं अपने आप से करता था,
खामखाँ तुम क्यू बिच में आ गए ?
तेरी पहचान भी न खो जाए कही,
इतने चेहरे ना बदल थोड़ी सी शोहरत के लिए !!
काश वो आये और देखकर ये कहे मुझसे,
हम मर गये है क्या जो इतने उदास रहते हो !!
तकलीफ ये नहीं की किस्मत ने मुझे धोखा दिया,
मेरा यकीन तुम पर था, किस्मत पर नहीं !!
एक बूँद पानी भी न निकला उन आँखों से हमारे जाने के बाद,
तमाम उम्र जिन आँखों को हम झील कहते रहे !!
फुलो पे सबकी नजर है, कांटो से कौन मोहब्बत करेगा,
यह दुनिया तुम जैसे अमीरो की है, हम गरीबो से कौन मोहब्बत करेगा !!
तुम मोहब्बत भी मौसम की तरह निभाते हो,
कभी बरसते हो तो कभी एक बूंद को तरसाते हो !!
शहर के परिन्दे भी जानते है पता मेरा,
बस तुम्हारे ही कदम इस चौखट पर पड़े नहीं !!
मत पूछ की निभाया किसने है, वो रूठ जाएँगे,
जो बाकी है सम्बन्ध, वो भी टूट जाएँगे !!
हम तो बने ही थे तबाह होने के लिए,
तेरा मिलना तो एक बहाना था !
शिकायते तो हमे तुम्हारी आँखों के काजल से है,
जो हमारे जाने बाद चमकते हुए चहेरे पर दाग लगा देता है !!